hi_tn/isa/03/13.md

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यहोवा देश-देश के लोगों से मुकद्दमा लड़ने और उनका न्याय करने के लिये खड़ा है*

"ऐसा लगता है जैसे कि यहोवा ने एक अदालत में अपनी जगह ले ली थी और लोगों पर आरोप लगाने के लिए तैयार थे"

हाकिमों के साथ यह विवाद करता है,

“वह अपने न्‍याय कि घोषना करेगा”

तुम ही ने बारी की दाख खा डाली है

"मेरे लोग एक दाख की बारी की तरह हैं, और आपने इसे बर्बाद कर दिया है"

दीन लोगों का धन लूटकर तुमने अपने घरों में रखा है।

जो चीजे तुमने गरीब लोगो से लूट ली है वो तुम्हारे घरों में है।

दीन लोगों

“वो जो गरीब है”

“तुम क्यों मेरी प्रजा को दलते, और दीन लोगों को पीस डालते हो!”

“बुरे लोगो मैं तुम पर क्रोधित हूँ क्योकि तुम मेरे लोगो को कुचलते हो और गरीबो के चहरे पीस देते हो”

तुम क्यों मेरी प्रजा को दलते,

"क्रूरता से मेरे लोगों को नुकसान पहुँचाया"

दीन लोगों को पीस डालते हो!”

गरीबो को पीटते और पीड़ित करते हो”