hi_tn/hos/11/08.md

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सामान्य जानकारी;

यहोवा इस्राएल के बारे में बाते कर रहा है।

हे एप्रैम, मैं तुझे क्यों छोड़ दूँ? हे इस्राएल, मैं कैसे तुझे शत्रु के वश में कर दूँ?

यहोवा अपने लोगों से इतना प्यार करता है कि वह उन्हें पूरी तरह से नष्ट नहीं करेगा। "मैं तुम्हें छोड़ नहीं दूंगा, एप्रैम। मैं तुम्हें शत्रु के हाथ नही सौंपूंगा, इस्राएल।"

मैं कैसे तुझे अदमा के समान छोड़ दूँ, और सबोयीम के समान कर दूँ?

यहोवा अपने लोगों से इतना प्यार करता है कि वह उन्हें पूरी तरह से नष्ट नहीं करेगा। इन सवालों को बयान के रूप में अनुवादित किया जा सकता है। "मैं तुम्‍हारी विरुद काम नहीं करना चाहता जैसे मैंने अदमा के विरुद काम किया और ना तुम्‍हें सबोयीम की तरह बनाना चाहता हुं- जिन शहरों को मैंने सदोम के साथ नष्ट किया था।

क्योंकि मैं मनुष्य नहीं परमेश्‍वर हूँ।

परमेश्‍वर लोगों की तरह नहीं है, जो अक्सर बदला लेने के लिए बहुत जल्दी निर्णय लेते हैं।

मेरा हृदय तो उलट पुलट हो गया।

यहाँ "हृदय" परमेश्‍वर की इच्छा और निर्णयों को दर्शाता है।

मैं क्रोध करके न आऊँगा।

"मैं तुम्हारे पास क्रोधीत होकर नहीं आऊंगा"।