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सामान्य जानकारी;

यहोवा बोल रहे है।

अपने लिये धार्मिकता का बीज बोओ*, तब करुणा के अनुसार खेत काटने पाओगे।

धार्मिकता और वाचा की ईमानदारी की बात की जाती है जैसे कि वे फसलें थीं जिन्हें बोया और काटा जा सकता था।

अपनी पड़ती भूमि को जोतो।

जब जमीन "ना जोती हुई" होती है, तो वह कुश भी लगाये जाने के लिए तैयार नहीं होता। यहोवा का मतलब है कि वह चाहता है कि लोग पश्चाताप करें ताकि वे वही करना शुरू कर सकें जो सही है।

तुम ने दुष्टता के लिये हल जोता और अन्याय का खेत काटा है।

दुष्टता और अन्याय की बात की जाती है जैसे कि वे फसलें थीं जिन्हें बोया और काटा जा सकता था।

तुम ने धोखे का फल खाया है।

"अब तुम एक दूसरे को धोखा देने के परिणाम भुगतते हो।“