hi_tn/hos/06/08.md

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सामान्य जानकारी:

यहोवा बात कर रहे है।

गिलाद नामक गढ़ी.....खून से भरी हुई

"रक्त के पैरों के निशान" संभवतः हत्यारों और उनकी हत्या के कार्यों को दर्शाता है।

याजकों का दल शेकेम के मार्ग में वध करता है

यह शपष्‍ट नही है कि यह किससे दर्शाता है। क्या पुजारी वास्तव में शकेम के रास्ते पर लोगों पर हमला करने के लिए दोषी थे, जो एक महत्वपूर्ण धार्मिक और राजनीतिक केंद्र था? या पैगंबर कह रहे हैं कि याजकों ने यहोवा के सच्चे ज्ञान और पूजा को "मार" दिया है?