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सामान्य जानकारी:

यहोवा इस्राएल के बारे में बातें कर रहा है।

इस्राएल का गर्व उसी के विरुद्ध साक्षी देता है

यह "गर्व" का वर्णन एक ऐसे व्यक्ति के रूप में करता है जो अदालत में इस्राएल के लोगों के खिलाफ गवाही देता है। उनके अभिमानी रवैये और व्यवहार से पता चलता है कि वे अब यहोवा की बात नहीं मानने के दोषी हैं।

और इस्राएल और एप्रैम अपने अधर्म के कारण ठोकर खाएँगे, और यहूदा भी उनके संग ठोकर खाएगा।

दोनों राज्य अपने अभिमान और पाप के कारण परमेश्वर के प्रति पूर्ण रूप से अन-आज्ञाकारी हो जाएंगे।

वे व्यभिचार के लड़के जने हैं; इससे उन्होंने यहोवा का विश्वासघात किया है।

(1) इसका मतलब यह है कि इस्राएली दूसरे देशों के लोगों से शादी करके उनके साथ बच्चे जनमा रहे थे “या“ 2) इसका मतलब यह है कि इस्राएली माता-पिता यहोवा से बेवफा थे और वे अपने बच्चों को मूर्तियों की पूजा करना सिखा रहे है।

इस कारण अब चाँद उनका और उनके भागों के नाश का कारण होगा।

इन शबदों को सही रुप से स्‍पषट करना मुशकील है, हालाँकि, कुल मिलाकर निश्चित रूप से यह है कि परमेश्‍वर लोगों को उसके प्रति अपनी बेवफाई के लिए दंडित करेगा।