hi_tn/hag/02/15.md

571 B

तब बीस ही निकलते थे।

यह “बीस का माप“ इसका माप सप्‍ष्ट नहीं है।

पचास बर्तन भर निकालें,

यह “पचास का माप“ इसका माप सप्‍ष्ट नहीं है।

मैंने तुम्हारी सारी खेती को लू से मारा

“मैने तुम्हारी मजदूरी और खेतों को शापित किया।”