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सामान्य जानकारी

हबक्‍कूक लगातार यहोवा के दिये हूए दर्शन का वर्नण कर रहा है।

पृथ्वी को नाप रहा था

उसने सर्वेक्षण किया जिस तरह से एक विजेता अपने राज्यपालों को कुछ अंश सौंपने से पहले करता है

सनातन पर्वत... सनातन की पहाड़ियाँ

“पर्वत और पहाड़ीया जो आदि से ठहरी हुई है…वह अंत तक रहेंगी।”

झुक गईं

परमेश्‍वर की आराधना में। “धरती पर लेट गयी थी।”