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यूसुफ चला गया।

इस वाक्‍य का प्रयोग करना आम था कि” मुझे जाने दे”, जब मिस्र से कनान कि यात्रा हो रही हो।

सब कर्मचारी...भवन के पुरनिये... सब पुरनिये।

फिरौन के सभी महत्वपूर्ण नेता दफन जुलूस में शामिल हुए।

भवन के पुरनिये।

यह व्यक्ति एक शाही सलाहकार था।

उसके भवन के पुरनिये।

यहाँ "भवन के पुरनिये" का अर्थ फिरौन के शाही दरबार से है।

मिस्र देश और यूसुफ के घर के सब लोग, और उसके भाई, और उसके पिता के घर के सब लोग।

इसे एक नए वाक्य के रूप में लिखा जा सकता है: "मिस्र की भूमि। जोसेफ के घराने के लोग, उसके भाई और उसके पिता के घराने भी उसके पास गया"

यूसुफ के घर के...पिता के घर के।

यहॉं पे “घर के” शब्‍द उनके परिवारो को दर्षा रहा है।

रथ।

यहाँ यह शब्‍द रथों में सवार पुरुषों के लिए है।

भीड़ बहुत भारी हो थी।

वह एक बहुत बड़ी सभा थी।