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गाद... आशेर... नप्ताली।

यह यहाँ पे अपने अपने वंश को दर्षा रहे है।

उनके पिछले भाग पर।

यहाँ पे उस दल कि बात कि जा रही है जो गाद के वंशजो से दूर बाग निकली।

जो अन्न उत्‍पन्‍न होगा वह उत्तम होगा।

यहाँ पे उत्‍तम शब्‍द का अर्थ है स्‍वादिष्‍ट ।

नप्ताली एक छूटी हुई हिरनी है।

यहाँ पे याकूब नप्‍तालियों के वंशजो कि बात कर रहा है कि यदी वे एक हिरनी के सम्‍मान होते तो जो भागने में स्‍वतंत्र है तो वह तेज संदेशवाहक होते।अत: नप्‍तालियों के वंशज एक हिरनी के सम्‍मान होंगे जो चलने में स्‍वतंत्र होंगे।

वह सुन्दर बातें बोलता है।

इसका यह अर्थ है की वे सुन्‍दर शब्‍द ओर सुन्‍दर बाते किया करते थे।