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सामान्‍य जानकारी।

यूसुफ ने फिरौन के सपनों की अपनी व्याख्या जारी रखी।

उनके पश्चात् सात वर्ष अकाल के आएँगे

यह सात साल के अकाल के बारे में बात करता है जैसे कि वे कुछ हैं जो यात्रा करते हैं और एक जगह पर आते हैं “सात साल ऐसे होंगे जिनमें बहुत कम आनाज होगा”

सारे मिस्र देश में लोग इस सारी उपज को भूल जाएँगे; और अकाल से देश का नाश होगा। 31और सुकाल (बहुतायत की उपज) देश में फिर स्मरण न रहेगा क्योंकि अकाल अत्यन्त भयंकर होगा।

जोसेफ अपने महत्व पर जोर देने के लिए दो तरीकों से एक विचार व्यक्त करता है।

सारे मिस्र देश में लोग इस सारी उपज को भूल जाएँगे

"मिस्र के लोग उन वर्षों के बारे में भूल जाएंगे जिनमें बहुत भोजन था।

देश का नाश होगा।

यहां "देश" मिट्टी, लोगों और पूरे देश को संदर्भित करता है।

क्योंकि अकाल अत्यन्त भयंकर होगा।

“अकाल के समय के कारण जो बाद में होगा।“

फ़िरौन ने जो यह स्वप्न दो बार देखा है इसका भेद यही है कि यह बात परमेश्‍वर की ओर से नियुक्त हो चुकी है

भगवान ने आपको यह दिखाने के लिए दो सपने दिए कि वह निश्चित रूप से इन चीजों को होने देगा।