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तब फ़िरौन ने बुलवा भेजा।

"फिरौन ने यूसुफ को बूलाने के लिए अपने सेवक को भेजा।“

बन्दीगृह से बाहर निकाला गया।

“जेल से बाहर।“

और बाल बनवाकर।

फिरौन से सामने जाने की तैयारी करते समय चेहरे और सिर के बालों को शेव करना आम बात थी।

फ़िरौन के सामने आया।

"फिरौन से सामने गया था“

और उसके फल का बतानेवाला कोई भी नहीं है।

कोई भी इसका अर्थ नहीं समझा सकता है

तू स्वप्न सुनते ही उसका फल बता सकता है।”

“तू इसका अर्थ बता सकता है”

“मैं तो कुछ नहीं जानता।

“मैं वो नहीं हूँ जो अर्थ समझा सकता हूं।

परमेश्‍वर ही फ़िरौन के लिये शुभ वचन देगा।

परमेश्‍वर फिरौन के कृपापूर्वक उत्तर देगा।