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921 B

जाग उठा,

“वह नींद से उठ गया”।

परमेश्‍वर के भवन…… स्वर्ग का फाटक ही होगा।

इस वाक्‍यांश मे यह बताते है कि ”परमेश्‍वर का घर” उस जगह “स्‍वर्ग के द्वार” के लिऐ प्रवेश द्वार है।

स्वर्ग का फाटक ही होगा

यह उस जगह के प्रवेश द्वार के बारे में बोलता है जहां परमेश्‍वर रहता है जैसे कि यह एक राज्य था जिसमें एक द्वार था जिसे लोगों को अंदर जाने के लिए खोलना पड़ता है।