hi_tn/gen/27/29.md

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तू……तेरे

यह सर्वनाम याकूब का उल्‍लेख करते है लेकिन यह आशीष उसके वंशजो पर भी लागू होती है।

देश-देश के लोग तुझे दण्डवत् करें

यह सभी “जाति“ के लोगों को दर्शाता है जैसे कि “सभी देशों के लोग तेरे आगे झुके”।

दण्डवत् करें

इसका अर्थ है किसी के प्रति नम्रता से आदर और सम्मान व्यक्त करने के लिए झुकना।

तू अपने भाइयों का स्वामी हो

"तुम्हारे भाइयों पर एक स्‍वामी बनें"।

तेरे भाई…… तेरी माता के पुत्र

इसहाक याकूब को यह आशीष देता है, लेकिन यह याकूब के वंशजों पर भी लागू होता है जो एसाव के वंशजों और याकूब के किसी भी भाई के वंशजों पर शासन करेगा जो उसके पास हो सकता है।

और तेरी माता के पुत्र तुझे दण्डवत् करें

और तेरी माता के पुत्र भी तेरे आगे झुकेगे।

जो तुझे श्राप दें वे आप ही श्रापित हों

यह स्‍पष्‍ट रुप मे कहा जा सकता है “परमेश्‍वर सबको श्राप दे सकता है”।

और जो तुझे आशीर्वाद दें वे आशीष पाएँ।

यह स्‍पष्‍ट रुप मे कहा जा सकता है कि ”परमेश्‍वर हर किसी को आशिर्वाद देता है”।