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अब तक

सारै के जीवन की पिछली जानकारी बताने के बाद

दासी

ऐसी दासी जो घर की मालकिन की सेवा करती है।

कोख बन्द रखना

बच्चों को जन्म देने से

मेरा घर उसके द्वारा बस जाए

मुझे उससे बच्चे मिल जाऐं ताकि मेरा परिवार बस जाऐ।

सारै की यह बात अब्राम ने मान ली।

अब्राम ने वही किया जो सारै ने कहा

वह अपनी स्वामिनी को अपनी दृष्टि में तुच्छ समझने लगी।

वह अपने आप को अपनी मालकिन से अधिक महत्वपूर्ण समझने लगी।

अपनी स्वामिनी

हागार दासी की मालकिन “सारै“