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जल-प्रलय।

“जल-प्रलय” शब्‍द वास्‍तव में बहुत ज्यादा पानी को दर्शाती है। जो पूरी तरह धरती को ढाप लेती है।

  • नुह के समय, लोग इतने बुरे हो गये थे कि परमेश्वर को संसार भर में धरती की सारी सतह पर जल-प्रलय लानी पड़ी यहाँ तक की पहाड़ो को भी और उन सभी को ऊपर से ढांप लिया था जो नूह के द्वारा बनाई गयी नौका में नहीं थे।

नूह।

“नूह 4000 पहले जीने वाला मनुष्य था। उस समय जब परमेश्वर ने संसार में सभी बुरे लोगों का नाश करने के लिऐ जल-प्रलय भेजी थी। परमेश्वर ने नूह को एक विशाल नाव बनाने के लिऐ कहा जिसमें वह और उसका परिवार जल-प्रलय के दोरान जीवित रह सकें।

  • नूह एक धर्मी पुरष था जो परमेश्वर की हर काम में आज्ञाकारिता करता था
  • जब परमेश्वर ने नूह को एक विशाल नांव बनाने को कहा तो नूह ने ठीक उसी तरह बनाया जैसे प्रमेशवर ने करने को कहा था।
  • जल-प्रलय के समय से जितने भी पैदा हुए हैं वो नुह का वंश है।