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जो कुछ उत्‍पन्‍न होता है

“आद्‍त“

उनके मन के विचार

लेखक दिल के विषय में ऐसे बात करता है जैसे यह शरीर का वो हिस्‍सा जो सोचता है। ”उनके भीतरी गुप्‍त विचार”

मन में अति खेदित हुआ।

लेखक दिल के विषय में ऐसे बात करता है जैसे यह शरीर का वह हिस्‍सा जो महसूस है। “ इस बारे में वह बहुत जयादा उदास था”