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पृथ्वी से जीवित प्राणी, उत्‍पन्‍न हों

परमेश्वर ने आदेश दिया कि धरती कई प्रकार के जीवित प्राणियों को पैदा करे और वैसा ही हो गया।यह परमेश्वर के आदेश से हुआ।

हर एक अपनी जाति के अनुसार

ताकि हर एक जीव अपने जैसे अन्य जीवों को पैदा कर सके

घरेलू पशु, और रेंगनेवाले जन्तु, और पृथ्वी के वन पशु,

परमेश्वर ने हर प्रकार के घरों में रखने वाले,धरती पर रेंगनेवाले,और जंगलों में रहने वाले जानवरों को उत्पन्न किया।

घरेलू पशु,

ऐसे जानवर जिनकी देखभाल लोग करते हैं।

रेंगनेवाले जन्तु,

बहुत छोटे जीव जो धरती पर रेंगते हैं।

पृथ्वी के वन पशु,

“जंगली जानवर“

वैसा ही हो गया

“उसी तरह हो गया“।परमेश्वर ने जो आदेश दिया उसी तरह हो गया।यह वाक्य इस अध्याय में बार-बार आता है और हर स्थान पर इसका अर्थ एक समान है।

परमेश्‍वर ने वन-पशुओं को बनाया

इस तरह परमेश्‍वर ने जंगली जानवरों की सृष्टि की।

परमेश्‍वर ने देखा कि यह अच्छा है।

परमेश्‍वर धरती पर जीवित रहने वाले जानवरों को देखकर खुश हुआ।