hi_tn/gal/04/24.md

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इन बातों को रूपात्मक रूप में व्यक्त किया जा सकता है।

“इन दो पुत्रों की कहानी मैं जो कहने जा रहा हूं उसका प्रतिरूप है”।

सीनै पहाड़ की

सीनै पर्वत वह स्थान था जहां मूसा ने इस्राएलियों को परमेश्वर का विधान सौंपा था

जिससे दास ही उत्पन्न होते हैं

“इस वाचा के अधीन जो मनुष्य हैं वे दास के स्वरूप हैं जिन्हें विधान का पालन करना आवश्यक है।

दृष्टान्त

“का प्रतिरूप है”

बालकों समेत दासत्व में है,

हाजिरा दासी है और उसकी सन्तान भी दासी है, “हाजिरा के सदृश्य यरूशलेम भी एक दास है और उसके साथ उसकी सन्तान दास है”। (यू.डी.बी.)