hi_tn/ezr/09/13.md

1.6 KiB

जो हमारे बुरे कामों और बड़े दोष के कारण।

"हमने जो बुरा किया उसके कारण और क्योंकि हम इतने दोषी थे"

जब कि हे हमारे परमेश्‍वर तूने हमारे अधर्म के बराबर हमें दण्ड नहीं दिया, वरन् हम में से कितनों को बचा रखा है,

"यदि आप हम सभी को मारते तो आप न्‍यायी होते, लेकिन आपने हमें दंडित नहीं किया और इसके बजाय हम में से कुछ को जीवित छोड़ दिया है"

तो क्या हम तेरी आज्ञाओं को फिर से उल्लंघन करके इन घिनौने काम करनेवाले लोगों से समधियाना का सम्बन्ध करें?

"यह बहुत गलत है कि हममें से कुछ लोगों ने आपकी आज्ञाओं को तोड़ दिया है ... लोगों।"

क्या तू हम पर यहाँ तक कोप न करेगा जिससे हम मिट जाएँ और न तो कोई बचे और न कोई रह जाए?

"मुझे डर है कि आप कोपीत हो जाओगे ... और कोइ बच नही पाएगा।"