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989 B

मन्दिर और पवित्रस्‍थान के द्वारों के दो-दो किवाड़ थे।

पवित्र स्थान और सबसे पवित्र स्थान दोनों के दो दरवाजे थे।

हर एक किवाड़ में दो-दो मुड़नेवाले पल्ले थे।

प्रत्येक दरवाजे के दो हिस्से थे जो क़ब्जंओ पर थे।”क़ब्ज़ा दरवाजे को दीवार से जोड़ता है और दरवाजों को झूलने देता है।

हर एक किवाड़ के लिये दो-दो पल्ले।

पवित्र स्थान और सबसे पवित्र स्थान के लिए दोनों के दरवाजे के दो भाग थे।