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सामान्‍य जानकारी।

यहोवा इस्राएल के लोगो के बारे में बात कर रहा है।

मैं उनके साथ एक वाचा बाँधूँगा।

"मैं स्‍थिर करूँगा"।

शान्ति की वाचा।

एक वाचा जो शान्ति लाती है।

मैं उन्हें स्थान देकर गिनती में बढ़ाऊँगा।

मैं उन्हें इस्राएल की भूमि में स्थापित करूंगा।

गिनती में बढ़ाऊँगा।

वे बहुत से लोग बन जाएंगे और उनके बहुत सारे बच्चे होंगे।

अपना पवित्रस्‍थान।

मेरा पवित्रस्‍थान "या" मेरा मंदिर।

मेरे निवास का तम्बू।

जहाँ मैं रहता हूँ।

मैं उनका परमेश्‍वर हूँगा, और वे मेरी प्रजा होंगे।

प्रत्येक वाक्यांश यहाँ पे लोगो द्वारा यहोवा कि आज्ञाओं को मानने का वर्णन रहे है जो यहोवा ने उन्‍हे मानने को दी थी।

जान लेंगी कि मैं यहोवा हूँ।

यह समझो कि मैं यहोवा हूं, एक सच्चा परमेश्‍वर।

मेरा पवित्रस्‍थान।

मेरा पवित्रस्‍थान "या" मेरा मंदिर।

उनके बीच।

उन लोगो के बीच।