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सामान्‍य जानकारी।

देवदार के बारे में यहोवा का दृष्टांत जारी है।

उसकी ऊँचाई मैदान के सब वृक्षों से अधिक हुई।

देवदार मैदान के अन्य पेड़ों की तुलना में लंबा था।

उसकी टहनियाँ बहुत हुईं।

यह बहुत अधिक शाखाओं में बड़ता गया।

उनको बहुत जल मिला।

क्योंकि इसमें बहुत पानी था।

उसकी टहनियों में आकाश के सब प्रकार के पक्षी बसेरा करते थे।

आकाश में उड़ने वाले सभी प्रकार के पक्षी इसकी शाखाओं में घोंसले बनाते थे।

उसकी शाखाओं के नीचे मैदान के सब भाँति के जीवजन्तु जन्म लेते थे।

और वे सभी जीव जो मेदान में रहते हैं, उन्‍होने देवदार की शाखाओं के नीचे जन्म दिया।

उसकी छाया में सब बड़ी जातियाँ रहती थीं।

सभी शक्तिशाली राष्ट्र उसकी छाया में रहते थे "या" सभी महान राष्ट्र उस वृक्ष की छाया में रहते थे।

वह अपनी बड़ाई और अपनी डालियों की लम्बाई के कारण सुन्दर हुआ।

यह सुंदर था क्योंकि यह बहुत बड़ा था और इसकी शाखाएँ बहुत लंबी थीं।