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सामान्‍य जानकारी।

ये अश्शूरो के बारे में फिरौन के लिए परमेश्‍वर के शब्द हैं। परमेश्‍वर एक महान देवदार के पेड़ के बारे में दृष्टान्त के रूप में अपना संदेश देते हैं।

देख।

देखो "या" सुनो "या" जो मैं आपको बताने जा रहा हूं उस पर ध्यान दें।

घनी छाया देतीं।

इतनी शाखाओं के साथ कि यह अच्छी छाया प्रदान करती है "या" जो कि जंगल में अन्य पेड़ों के लिए छाया प्रदान करती है।

बड़ी ऊँची थीं।

और बहुत ऊँचा।

उसकी फुनगी बादलों तक पहुँचती थी।

पेड़ का शिखर बादलों में था "या" इसका शिखर अन्य पेड़ों की शाखाओं से ऊपर था।

जल ने उसे बढ़ाया।

क्योंकि देवदार में बहुत पानी था, यह बहुत लंबा हो गया।

उस गहरे जल के कारण वह ऊँचा हुआ।

जमीन में गहरे पानी ने देवदार को बहुत बड़ा बना दिया।

उसकी नालियाँ निकलकर मैदान के सारे वृक्षों के पास पहुँचती थीं।

और नदियों से लेकर मैदान के सभी पेड़ों तक धाराएँ बहती हैं।