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हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू उनका न्याय न करेगा? क्या तू उनका न्याय न करेगा?

हे मनुष्य के सन्तान, तु उनका न्‍याय करता है।

उसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं।

वह देश जिसमें बहुत सारा दुध और मधु है। वह देश जिसमें जानवर और पौधे बड़ी अच्‍छी तरहा बढ़ते है।