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सामान्‍य जानकारी।

यहोवा यरूशलेम के राजा के बारे में बात कर रहा है।

बड़ी सेना और युद्ध के लिए बहुतों की मण्डली ।

इन दोनो वाक्‍ंयाशो का मूल रूप से एक ही मतलब है और यह इस बात पर जोर देता है की फिरोन की सेना बहुत बड़ी और शक्‍तिशाली थी।

उसकी सहायता न करेगा।

यहाँ पर “उसकी“ शब्‍द यहूदा के राजा को दर्शाता है।

गढ़ बनाएँ।

यह एक मीनार को जिसके साथ एक सीढी लगी है उसको दर्शाता है। और सेनिको को दिवार के पार जाने और नगर के बीतर जाने में मदद करती है।

देखो।

वास्‍तव में।

उसने वचन देने पर।

किसी अन्य व्यक्ति का हाथ पकड़ना इस बात को दर्शाता है की उनमे दोस्ती और समझौते हो गया है।