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क्या यहूदा के घराने के लिये घृणित कामों का करना जो वे यहाँ करते हैं छोटी बात है?

परमेश्‍वर ने इस सवाल का इस्‍तेमाल अपने क्रोध को यहूदा के लोगो को दिखाने के लिए किया है कि वे नहीं सोचते कि मूर्तियों की पूजा करना बहुत बुरा है। क्या यहूदा के लोग सोचते हैं कि उनके घृणित काम गंभीर नहीं हैं?

यहूदा का घराना।

यहूदा के लोगो का झुंड।

उन्होंने अपने देश को उपद्रव से भर दिया।

पुरे देश में वे उपद्रवी काम कर रहे है “या” सम्‍सत देश भर में वे एक दुसरे को रहे है।

यहाँ आकर मुझे रिस दिलाते हैं।

कि मुझे गुस्‍सा चढ़ाया।

डाली को अपनी नाक के आगे लिए रहते हैं।

इसका मतलब हो सकता है "झूठी अराधना में अपनी नाक तक डालियों को पकड़ना।

न मैं कोमलता करूँगा।

मैं अब भी उन्हें सजा दूंगा।

चाहे वे मेरे कानों में ऊँचे शब्द से पुकारें।

हालाँकि वे ज़ोर से मेरे आगे प्रार्थनाओ में चिल्लाते हैं।

मैं उनकी बात न सुनूँगा।

मैं उनकी बात पर ध्‍यान ना दुँगा।