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सामान्‍य जानकारी:

यहेजकेल ने अपने दर्शन का वर्णन करना जा़री रखा।

कमर से लेकर

उस व्यक्ति की कमर से लेकर ऊपर की ओर चमकता धातू था जिस पर आग लगी हूई थी

चारों ओर

सिंहासन पर बैठे जन के चारों ओर

उसकी मानो कमर से लेकर ऊपर की ओर मुझे झलकाया हुआ पीतल सा दिखाई पड़ा

उसकी कमर के नीचे मैंने आग और उज्ज्वल प्रकाश सा कुछ देखा

जैसे वर्षा के दिन बादल में धनुष दिखाई पड़ता है, वैसे ही चारों ओर का प्रकाश दिखाई देता था

उसकी चारों ओर का प्रकाश धनुष के समान था जो वर्षा के दिन बादल में दिखाई पड़ता है,

धनुष

प्रकाश की रंग बिरंगी पट्टी जो वर्षा के दिन तब दिखाई पड़ती है जब सूर्य देखने वाले के पीछे से चमकता है

यहोवा के तेज का रूप ऐसा ही था

उज्ज्वल प्रकाश कुछ ऐसा दिख रहा था जो याहवे की महिमा के समान था।

मैं मुँह के बल गिरा।

मैं जमीन पर झुक गया "या" मैं जमीन पर लेट गया। यहेजकेल अचानक से नहीं गिरा था। वह यह दिखाने के लिए जमीन पर झुक गया कि वह याहवे का सम्मान करता है और उससे डरता है।

तब मैंने एक शब्द सुना

मैंने किसी को बोलते हुए सुना