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जोड़नेवाला वाक्या।

यहेजकेल ने अपने दर्शन का वर्णन करना जा़री रखा।

चलते समय वे अपनी चारों ओर चल सकते थे*, और चलने में मुड़ते नहीं थे।

पहिये उन चार दिशाओं में जाने में सक्षम थे जिन दिशाओं के सामने जीवों ने मुँख किया था

उन चारों पहियों के घेरे।

पहियों के घेरे के इस तरह दिखते है।

बहुत बड़े और डरावने।

घेरे बहुत ऊँचे और डरा देने वाले थे ।

उनके घेरों में चारों ओर आँखें ही आँखें भरी हुई थीं।

क्योंकि घेरों के चारों पहियों के चारों ओर बहुत सी आँखें थीं।