यहोवा मूसा से इस प्रकार आमने-सामने बातें करता था,
यहाँ सपने और दर्शन की बजाय सीधा बोलते है, जैसे कि मूसा और परमेश्वर ने एक दूसरे का चहरा देखा और बाते करते थे जैसे कि “यहोवा मूसा से सीधा बात करते थे”।
एक जवान,
एक सैनिक होते हुऐ बहुत पुराना लेकिन मूसा से बहुत छोटा।(17:8)