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‘निश्चय तुम मेरे विश्रामदिनों को मानना

परमेश्‍वर सब्त के बारे में दिए अपने निर्देशों का पालन करने की बात करता है क्योंकि वह सब्त का दिन मनाया करे ताकि “तुम निश्चित रूप से सब्त के बारे में यहोवा के निर्देशों का पालन करों“।

क्योंकि तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी

“तुम्‍हारे और तुम्‍हारे वंशज पीढ़ियों के लिऐ”।(12:12)

हमारा पवित्र करनेवाला

परमेश्‍वर लोगो को चूनने की बात करता है कि वह खुद के लिऐ आपने अलग-अलग लोगो को चुनता है।

वह तुम्हारे लिये पवित्र ठहरा है

यह स्‍पष्‍ट रुप मे कहा जा सकता है कि “तुम्‍हें इसे पवित्र मानना चाहिऐ”।

जो कोई उस दिन में

परमेश्‍वर सब्‍त के दिन का अपमान ना कटरने की बात करते है कि “कूछ लोग सब्‍त के दिन का अपमान करते है”।

निश्चय मार डाला जाए;

यह स्‍पष्‍ट रुप मे कहा जा सकता है कि वह निक्ष्‍चित रूप से मारा जाना चाहिऐ।

लोगों के बीच से नाश किया जाए।

“तुम निक्ष्‍चित रुप से उसे मार डालों“।

पर सातवाँ दिन

“परंन्‍तु सातवे दिन”।