यहा पर पुरुष उन दासों के मालिक को दर्षाता है।
जुर्माने के तोर पर।,अत: यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को नुकसान पहुचाँए तो आपस मॆं सुलाह करने के लीए वह व्यक्ति उस अन्य व्यक्ति को उसका मुआवजा दे।