hi_tn/exo/20/04.md

1.2 KiB

ना ही समानता है

“और तूम सामान्‍य नही बनना”

तू उनको दण्डवत् न करना, और न उनकी उपासना करना;

यह शब्‍द “उन्‍हें” नक्काशीदार आकड़ो को दर्शाता है।

जलन

परमेश्‍वर चाहते है कि उन्‍कें लोग उन की ही उपासना करे।

पोतों, और परपोतों को भी पितरों का दण्ड दिया करता हूँ,

परमेश्‍वर लोगों को उन के माता-पिता के पाप के लिए सज़ा देगा।

पोतों, और परपोतों

"तीसरी और चौथी पीढ़ी”।

उन हजारों पर करुणा किया करता हूँ

“क्योंकि मेरी वाचा, मैं हजारों के लिए वफादार हूँ“।

उन हजारों पर

“उन लोगों की कई पीढ़िआ”।