यह वाक्यांश कहानी में नये अंग को दर्शाता है।
“6 दिन”।
“दो वक्त”।
यह उस रोटी को दर्शाता है जो सुबह को जमीन उर एक पत्ली गुछे के रूप मे दिखाई देती है।
“गंभीर”।