यहाँ कहानी के नये भाग की शुरुवात होती है।
यह पर्वत सिनै पर्वत हो सकता है यहा पर परमेश्वर मूसा से मिलते थे।
“उसको”शब्द यहाँ मूसा को दर्शाता है।