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हे राजा! यदि तू मुझ पर प्रसन्‍न है,

“यदि तुम मुझसे प्रसन्न हो।“

यह स्वीकार हो, तो मेरे

जीवन देना एक व्यक्ति को मारे जाने से बचाने को दर्शाता है एस्तेर रानी ने राजे से कहा जीवन बचाओ।

मेरे माँगने से मेरे

एस्तेर रानी ने राजे से कहा यही है जो मैं माँगती हूं।

क्योंकि मैं और मेरी जाति के लोग बेच डाले गए हैं

“किसी ने हमें धोखा दिया है”

घात और नाश किए जानेवाले हैं।

“हमारे दुशमनो को नाश और मारने के लिऐ, और हमे नाश करने के लिऐ”

कहाँ है जिस ने ऐसा करने की मनसा की है?

“कहा है वह जिसने ऐसा काम करने की हिमत की”