hi_tn/ecc/12/12.md

373 B

बहुत पुस्तकों की रचना का अन्त नहीं होता।

लोग पुस्तकों रचना बंद नहीं करेंगे।

बहुत पढ़ना देह को थका देता है।

"बहुत पढ़ना मनुष्य को थका देता है"