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मन में याद
"याद है"
उस समय चाँदी का तार दो टुकड़े ...और कुण्ड के पास रहट टूट जाएगा।
लेखक मृत्यु की तुलना विभिन्न टूटी हुई वस्तुओं से करता है। मृत्यु शरीर को अचानक ही तोड़ देगी जैसे लोग गलती से इन वस्तुओं को तोड़ रहे हैं जबकि वह उनका उपयोग कर रहे हैं।
चाँदी का तार दो टुकड़े हो जाएगा।
कोई चांदी की तार दो टुकड़े में काट दी।
सोने का कटोरा टूटेगा
कोई सोने कटोरा टूटेगा है।
सोते के पास घड़ा फूटेगा
"कोई घड़ा बिखरता है।
कुण्ड के पास रहट टूट जाएगा
"किसी ने पानी का चशमा तोड़ दिया"
जब मिट्टी ज्यों की त्यों मिट्टी में मिल जाएगी
यहां "धूल" शब्द मनुष्य शरीर को दर्शाता है जो विघटित हो गया है।