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धीरजवन्त पुरुष अहंकारी से उत्तम है।

यहाँ "आत्मा" शब्द एक मनुष्य के दृष्टिकोण को दर्शाता है। अर्थात् धीरजवन्त लोग अभिमानी लोगों से बेहतर होते हैं।

अपने मन में उतावली से क्रोधित न हो,

"जल्दी गुस्सा मत हो"

क्रोध मूर्खों ही के हृदय में रहता है।

क्रोध की तुलना उस चीज से की जाती है जो मूर्ख लोगों के अंदर रहती है अर्थात् मूर्ख लोग क्रोध से भरे रहते है।