hi_tn/ecc/06/07.md

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उसके पेट के लिये होता है।

"उसके मुंह में खाना डालना" या "खाना"

तो भी उसका मन नहीं भरता।

"वह अपनी मन को संतुष्ट नहीं करता है।

वह मूर्ख से किस बात में बढ़कर है?

एक बुद्धिमान मनुष्य का मूर्ख पर कोई फायदा नहीं है।

कंगाल जो यह जानता है कि इस जीवन में किस प्रकार से चलना चाहिये*, वह भी उससे किस बात में बढ़कर है?

गरीब मनुष्य को कोई फायदा नहीं है भले ही वह जानता हो कि अन्य लोगों के सामने कैसे कार्य करना है।