hi_tn/ecc/05/02.md

481 B

अपने मन से कोई बात।

परमेश्‍वर को वचन देना।

बातें करने में उतावली न करना.......और न अपने मन से कोई बात उतावली।

इन दोनों वाक्यांशों का अर्थ एक ही है।

तेरे वचन थोड़े ही हों।

"ज्यादा मत बोलो"