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सामानय जानकारी

मुसा इस्राएलीयों से ऐसे बात करता है मानो वह एक मनुष्य है

उस मजदूर पर अंधेर न करना

तुम अपने मजदूर पर अत्याचार का व्यवहार न करना

मजदूर

एक व्यक्ति जो अपने काम की रोज मजदूरी लेता है

दीन और कंगाल

एक मनुष्य जो खुद की सहायता नहीं कर सकता

तेरे देश के फाटकों

तेरे शहरों में से एक

सूर्यास्त से पहले तू उसकी मजदूरी देना

तुमने उस मनुष्य के रूपये देने है वह वह हरेक दिन कमाता है

मजदूरी करने ही के दिन सूर्यास्त से पहले

तुमने उसी दिन मजदूर की मजदूरी दॆना है जॊ उसने काम किया है

वह दीन है और उसका मन मजदूरी में लगा रहता है

क्योंकि वह गरीब है और मजदूरी पर निर्भर है कि उसके अगले दिन के लिए खाना खरीद सके।

ऐसा न हो कि वह तेरे कारण यहोवा की दुहाई दे

वह यहोवा को न पुकारे और तुझे सजा देने के लिए कहे