hi_tn/deu/21/15.md

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सामानय जानकारी

मुसा लगातार इस्राएलीयों से बातें कर रहा है।

उसे एक प्रिय और दूसरी अप्रिय हो

वह अपनी पत्नीयों में एक से प्रेम व शेष से घृणा करेगा

प्रिया और अप्रिय दोनों स्त्रियाँ बेटे जनें

दोनों पत्नीयों के उससे बच्चे है

परन्तु जेठा अप्रिय का हो

मनुष्य जिससे घृणा करता था उसका पहलौठा है

जब वह अपने पुत्रों को

जब मनुष्य

अपने पुत्रों को अपनी सम्पत्ति का बँटवारा करे

मनुष्य दोनों बेटों को संपति का दुगना अधिकार दे

तब यदि अप्रिय का बेटा जो सचमुच जेठा है यदि जीवित हो, तो वह प्रिया के बेटे को जेठांस न दे सकेगा

वह अपनी प्रिय पत्नी के पुत्र से वैसा व्यवहार नहीं कर सकता जैसा बजाय घृणित पत्नी के बेटे पहलौटे से करेगा

बेटा मेरे पौरूष का पहला फल है

वह बेटा ही एक है जो यह दर्शाता है कि उसके कारन ही तू पुत्रों का पिता बना है