hi_tn/deu/13/08.md

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तू उसकी न मानना

वह क्या चाहता है तु उससे सहमत नहीं होना

न उस पर तरस खाना

तुमने उस पर बिलकुल तरस के साथ नहीं देखना यां तुमने उस पर बिलकुल भी दया नहीं दिखानी

न उसको छिपा रखना न कोमलता दिखाना

तुमने उस पर बिलकुल भी दया नहीं दिखानी जो उसने किया है दूसरों से नहीं छुपाना

उसको घात करने में पहले तेरा हाथ उठे

सबसे पहले तू उसको मारने के लिए आक्रमण करना

उसके बाद सब लोगों के हाथ उठें

फिर बाकि लोग भी तेरे साथ हो लें