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अपने पाँव से नालियाँ बनाकर सींचते थे;

संभवत: अर्थ है 1) “पाँव“ एक शब्दादेश है कि खेतों के लिए पानी उठाकर चलना एक सख्त परिश्रम को प्रस्तुत करता है। 2) वे पानी चक्र को अपने पाँव को प्रयोग करते थे ताकि खेतों को पानी भेज़ सकें।

हरे साग के खेत

“सब्जी बागान” यां “सब्जीयों का बगीचा”

आकाश की वर्षा के जल से सींचता है

कहा जाता है एक भुमि वर्षा का बहुत सारा पानी लेकर अपने में समा लेती है मानो भुमि पानी पी रही थी। “आकाश से वर्षा बहुत सारा पानी देती है”

परमेश्‍वर यहोवा की दृष्टि उस पर निरन्तर लगी रहती है

यहाँ ”आँखे” ध्यान देने और संभालने को प्रस्तुत करती हैं। “परमेश्‍वर यहोवा तुम्हारा परमेश्‍वर निरन्तर इसे देखता रहता है”

वर्ष के आदि से लेकर अन्त तक

यहाँ दो चरमसीमाएं है “आरंभ” और “अंत” पूरे वर्ष के माध्यम से मिलकर प्रयोग होती है। “लगातार पूरे वर्ष के शुरू से अंत तक”