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सामान्य जानकारी

मुसा इस्राएलीयों से एसे बात करता जारी रखता है जैसे वे एक मानव हो, तो ध्यान दें जैसे “तुम” और “तुम्हारा” दोनों एकवचन है।

तू अपने परमेश्‍वर यहोवा का नाम न लेना

“तुम परमेश्‍वर यहोवा का नाम व्यर्थ नहीं लोगे“।

तुम नहीं लोगे

बिलकुल भी नहीं

व्यर्थ में

“लापरवाही” यां “बिना संपूर्ण सम्मान के” या “गलत उदेश्य के लिय”।

परमेश्‍वर यहोवा उनको निर्दोष न ठहराएगा

यह वाक्य साकारात्मक अवस्था में हो सकता है। “परमेश्‍वर यहोवा उसे दोशी ठहराएगा” यां “परमेश्‍वर यहोवा उसे दंड देगा”।