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पवित्र जन

"देवदूत"

वह कब तक फलता रहेगा

"अभयारण्य का आत्मसमर्पण"

पवित्रस्‍थान और सेना दोनों का रौंदा जाना कब तक होता रहेगा

इस वाक्‍य में कहा जा सकता है कि स्वर्ग की सेना को सींग से रौंदा जाना।

सांझ और सवेरा दो हजार तीन सौ बार

यहां "शाम और सुबह" एक ऐसा गुण है जो बीच की हर चीज को दर्शाता है, जिसका अर्थ है पूरे 2,300 दिन।

पवित्रस्‍थान शुद्ध किया जाएगा।

"पवित्रस्‍थान को फिर से शुद्ध और क्रम में स्थापित किया जाएगा"