hi_tn/dan/02/29.md

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समान्‍य जानकारी

दानिय्येल का राजा से बात करना जारी है।

भेदों को खोलनेवाले

यह वाक्यांश परमेश्‍वर को दर्शाता है कि परमेश्‍वर जो भेदों को खोला करता है।

यह भेद इस कारण नहीं खोला गया

इस वाक्‍य में कहा जा सकता है कि “परमेश्‍वर ने यह भेद को मुझ पर नही खोला “

परन्तु केवल इसी कारण खोला गया है कि स्वप्न तू

इस वाक्‍य में कहा जा सकता है कि परमेश्‍वर ने मुझ पर स्वप्न का भेद खोला ताकि तुम

तू अपने मन के विचार समझ सके।

यह वाक्यांश व्यक्ति के दिमाग का जिक्र करते है। अर्थात् दानिय्येल ने राजा को कहा अपने मन के अंदर गहरे विचारों को जान।