hi_tn/amo/08/04.md

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तुम जो दरिद्रों...और नष्ट करना

अमोस उन लोगों से बात कर रहा है जो "बेचते हैं" और "बाजार लगातें है"

दरिद्रों

पैरों के नीचे कुचले हुऐ।

जो कहते हो, “नया चाँद कब बीतेगा कि हम अन्न बेच सके? और विश्रामदिन कब बीतेगा

"वे हमेशा पूछते रहते हैं कि नया चाँद कब खत्म होगा, ताकि वे फिर से अनाज बेच सकते हैं, और जब सब्त खत्म हो जाएगा, तो वे गेहूं का बजार लगा सकें।" वह यहोवा को भुल अपनें कामों में व्‍यसत हैं।

कि हम अन्न के खत्ते खोलकर एपा को छोटा और शेकेल को भारी कर दें, छल के तराजू से धोखा दे

व्यापारी झूठे पैमानों का उपयोग करेंगे, जिससे पता चलता है कि वे जो अनाज दे रहे थे, वह वास्तव में पुरे से कम था और भुगतान का वजन वास्तव में जितना था है उससे कम।

दरिद्रों को एक जोड़ी जूतियाँ देकर मोल लें

"और एक जोड़ी जूतियों के लिए जरूरतमंदों को खरीदें"।