hi_tn/act/24/22.md

739 B

जब पलटन का सरदार लूसियास आएगा

“लूसियास जब भी आएगा” या फिर, “लूसियास के आने पर”

तुम्हारी बात का निर्णय करूँगा

“तेरे विरुद्ध लगाए दोषों का निर्णय करूँगा” या फिर, “मैं न्याय करूँगा कि तू दोषी है या नहीं।”

कुछ छूट में

पौलुस को कैद में थोड़ी छूट दी गयी जो अन्यथा कैदियों को नहीं दी जाती।