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इपिकूरी.....दार्शनिकों

वे लोग जो यह मानते हैं कि सभी चीज़ों का अस्तित्व संयोग से हुआ है। वे यह भी मानते थे कि देवता स्वयं अपने में ही संतुष्ट और खुश हैं, और उन्हें विश्व के संचालन की चिंता नही है। वे पुनरुत्थान को नहीं मानते थे।

स्तोईकी दार्शनिक

इन लोगों का मानना था कि स्वयं को भाग्य के हवाले कर देने से ही मुक्ति मिलती है। वे जीवते परमेश्वर और पुनरुत्थान को नहीं मानते थे।

उससे तर्क करने लगे

“पौलुस से तर्क करने लगे”

और कुछ ने कहा

“और कुछ दार्शनिकों ने कहा”

यह बकवादी क्या कहना चाहता है

“बकवादी” कहने से आशय उलटी-पुलती बातें कहने से है। यह “वक्ता” के लिए प्रयुक्त होनेवाला एक नकारात्मक शब्द है। दार्शनिकों कहते थे कि पौलुस अधूरे-कच्चे ज्ञान की बातें कर रहा है जिसे सुनना बेकार है।

परन्तु दूसरों ने कहा

“परन्तु दार्शनिकों के अतिरिक्त अन्य लोगों ने कहा”

वह.......प्रचारक मालूम पड़ता है

“वह....... उद्घोषणा करनेवाला लगता है” या फिर, “ऐसा लगता है कि वह...... सन्देश को बांटने के मिशन पर निकला हैके विश्वासियों ने धन-दान में दिया और उन्होंने धन भेज दिया...”

अन्य देवताओं

“अन्य” से तात्पर्य दूसरे लोगों के देवताओं से है; गैर-यहूदी/गैर रोमी देवताओं से है।